अधिकारियों ने बताया कि इस केंद्र में एक हजार लावारिस मवेशियों को आश्रय, देखभाल, इलाज, चारा एवं पानी मिलेगा। मवेशियों को नेशनल हाईवे से उठाकर पशु कल्याण केंद्र में भेजा जाएगा।
हरियाणा(कठुआ) जिला प्रशासन कठुआ और पशुपालन विभाग की ओर से हीरानगर के पथवाल में एक पशु कल्याण केंद्र स्थापित करने की योजना तैयार बनाई गई है। इसके लिए पथवाल राष्ट्रीय राजमार्ग के पास नौ कनाल भूमि चयनित कर ली गई है। अधिकारियों का दावा है कि योजना को अमली जामा पहनाते ही यह जम्मू और कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में अपनी तरह की सबसे बड़ी योजना होगी। इसमें बीमार, घायल मवेशियों का इलाज होगा और उन्हें देखभाल भी मिलेगी।
अधिकारियों ने बताया कि इस केंद्र में एक हजार लावारिस मवेशियों को आश्रय, देखभाल, इलाज, चारा एवं पानी मिलेगा। मवेशियों को नेशनल हाईवे से उठाकर पशु कल्याण केंद्र में भेजा जाएगा। तर्क है कि इससे सड़क हादसों में भारी कमी आएगी। पशु कल्याण केंद्र के लिए वित्तीय सहायता पशुपालन विभाग द्वारा प्रदान की जाएगी। इससे चौबीसों घंटे बचाव सहायता प्रणाली और एक अच्छी तरह से सुसज्जित प्राथमिक चिकित्सा सुविधा का सफल कार्यान्वयन सुनिश्चित होगा।
पशु पालन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि तत्काल चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता वाले जानवरों की देखभाल के लिए एक समर्पित एंबुलेंस सेवा शुरू की गई है। 1962 डायल करके इसे बुलाया जा सकता है। इससे घायल, बीमार जानवरों के लिए त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित होती है और उन्हें पशु कल्याण केंद्र तक समय पर परिवहन की सुविधा मिलेगी।
-पथवाल में फिलहाल जमीन चिन्हित की गई है। अभी डीपीआर बनेगी। इसके लिए लोक निर्माण विभाग को जिला उपायुक्त ने निर्देश दिए गए हैं। डीपीआर बनने के तुरंत बाद इसका निर्माण करवाकर क्रियान्वित किया जाएगा। इसमें सड़क हादसों और भारत-पाक सीमा पर घायल हुए मवेशियों को उपचार मिलेगा। इसके अलावा, कठुआ पुलिस द्वारा छुड़वाए गए मवेशियों को भी इसी केंद्र में रखा जाएगा।
(संवाद सूत्र : डॉ. जुगल किशोर , जिलापशुपालन अधिकारी, पशुपालन विभाग, कठुआ, हरियाणा )